15 जुलाई तक मणिमहेश यात्रा पर न जाएं श्रद्धालु

भरमौर (चंबा)। इस समय पवित्र मणिमहेश यात्रा पर जाना खतरे से खाली नहीं है। इसके चलते देश विदेश से भरमौर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और प्रकृति प्रेमियों को प्रशासन ने हिदायत दी है कि 15 जुलाई तक मणिमहेश यात्रा पर न जाएं। मौजूदा समय में मणिमहेश जाने के लिए बने रास्ते में जगह-जगह पत्थर गिर रहे हैं। इसके अलावा ग्लेशियर गिरने का भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में यात्रा व ट्रैकिंग करना खतरे से खाली नहीं है। वहीं हड़सर से डल झील मार्ग की हालत भी काफी खराब खराब है। ऐसे में यहां पर सफर करना काफी जोखिम भरा है।
अतिरिक्त जिला दंड अधिकारी भरमौर लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि इस समय मणिमहेश पहुंचना संभव नहीं है। डल झील पर ठहरने की कोई व्यवस्था है न ही खाने पीने के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि जब तक हड़सर से डल झील तक रास्ता ठीक नहीं हो जाता व श्रद्धालुओं के ठहरने या खाने पीने के प्रबंध नहीं किए जाते तब तक यात्रा पर रोक रहेगी। उपमंडल भरमौर पहुंचने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं से अपील की है कि हड़सर से डल झील तक 15 जुलाई तक यात्रा न करें।
उल्लेखनीय है कि अधिकतर श्रद्धालु मणिमहेश यात्रा के दौरान भीड़ होने के चलते अप्रैल माह से मणिमहेश पर जाना शुरू हो जाते हैं। स्थानीय प्रशासन मणिमहेश यात्रा के दौरान ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं का प्रबंध करता है। ऐसे में इस समय यात्रा पर जाना ठीक नहीं है। इस बार मणिमहेश यात्रा 18 अगस्त से शुरू होगी। यह यात्रा दो सितंबर तक चलेगी।

एडीएम दस जुलाई को करेंगे मणिमहेश का दौरा
एडीएम भरमौर लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि दस जुलाई के बाद जिन जिन विभागों की मणिमहेश यात्रा में भागीदारी होती है उनके साथ संयुक्त टीम को लेकर वह खुद मणिमहेश का दौरा करेंगे। इस दौरान हड़सर से डल झील तक बिजली, स्वास्थ्य, ठहरने का या अन्य सुविधाओं की रूपरेखा तैयार करेंगे।

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